क्या आप को भी यह सवाल परेशान करता हैं? What is Search Engine Optimization -SEO- meaning in Hindi
No problem-
मै आप को बहुत ही easy तरीके के SEO के बारे में बताऊंगा |
जब आप Blogging की शुरूआत करते हैं तो SEO (What is SEO in Hindi) ये सवाल आपको बार बार सुनने को मिलता ही. इसीलिए आपके मन में भी ये जानने की इच्छा जाग गयी होगी की आखिर ये (SEO) क्या है और क्यों जरुरी होता है?
यह तो हम सभी जानते हैं कि SEO का पूरा मतलब है Search Engine Optimization.
दोस्तों क्या आपने कभी सोचा है, कि Google सर्च करने पर क्यों कुछ वेबसाइटें (जैसे- Quora, Wikipedia) हमें हमेशा सबसे ऊपर दिख जाती हैं; जबकि बाकी की जो Websites होती हैं उन्हें देखने के लिए हमें Scroll down करना पड़ता है?
लेकिन क्या करोड़ों Blogs और Websites में से Best Result को ढूंढ पाना उतना आसान है जितना कि यह देखने मे लगता हैं?
बिल्कुल नहीं!
Google के मुताबिक, वह लोगों को किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए बहुत सारी वेबसाइट को करीब 200 Factors की कसौटी पर जांचता-परखता है और जो वेबसाइटें इन कसौटियों पर जितनी अच्छी तरह से खरी उतर जाती है, उन्हें गूगल अपने सर्च में उतने ही ऊपर या कहें उतनी ही अच्छी Position पर लोगों को दिखाता है क्योंकि वो websites लोगों के लिए Best होती हैं।
SEO क्या होता है? | Search Engine Optimization in Hindi
Searchengineland (जो की एक बहुत ही popular website है SEO field कि ) के अनुसार –
” It is the process of getting traffic from the “free,” “organic,” “editorial” or “natural” search results on search engines.”
आसान शब्दो में कहें तो –
SEO वह सब तरीके है जिनका इस्तेमाल कर के हम अपने वेबसाइट को Search engines के top पर ला सकते है ताकी ज्यादा से ज्यादा लोग उसे देखे।
दोस्तों, आप इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं क्यों की ये आप तक SEO की वजह से ही पहुंचा है. तो अब आप निश्चित हो जाएँ क्यों की आप बिलकुल सही जगह पर हैं|
शुरुआत में तो एक नए Blogger को इस के बारे में कोई idea नहीं होता है. लेकिन धीरे धीरे नए Blogger को इस शब्द का महत्व पता चल जाता है और समझ में भी आ जाता है की Search Engine Optimization के बिना blogging करने से कोई फायदा है ही नहीं.
Search Engine क्या है? और सर्च इंजन कैसे काम करता ?
Google, Yahoo , Bing etc. सभी popular Search engines हैं।
ऑनलाइन किसी भी जानकारी को निकालने के लिए हमे एक माध्यम की जरुरत पड़ती है. जब भी कुछ जानकारी चाहिए होती है तो हम उसे Google पर जाकर ढूंढ़ते हैं।
Search Engines के अपने Algorithms ) होते हैं। उसी के आधार पर वह किसी भी website या Blog को रैंकिंग देते है।
SERP क्या है? | What is SERP
जब हम Google या किसी दूसरे Search Engine में किसी Keyword को सर्च करते हैं तो वो सारे रिजल्ट्स को अपने पेज में शो करता है उसे ही (SERP) Search Engine Result Page बोलते हैं|
Organic और (Paid )Inorganic results क्या होते हैं?
- Organic listing वो लिस्टिंग है जिसमे हम बिना पैसे खर्च किये हुए सर्च इंजन के रिजल्ट पेज पर आते हैं |
- Inorganic Listing के लिया हमें Google को पैसे देने होते है। Like Google Ads.
SEO के प्रकार – Types of SEO in Hindi
अभी तक हमने जाना की SEO क्या होता है और ये क्यों जरुरी होता है. इसके बाद हम बात करते हैं की ये कितने तरह से किया जाता है.
SEO मुख्यत 2 प्रकार के होते हैं.
- On-Page SEO
- Off-Page SEO
On-Page SEO-
हर वो तरीका जो हम अपने Website के अंदर SEO के लिए करते हैं उसे On-Page SEO बोला जाता है.
इसका मतलब ये है की हम अपने ब्लॉग के Design और speed optimization से लेकर Post Publish करने तक जो सारे काम करते हैं जैसे की responsive theme का इस्तेमाल करना जो की Mobile friendly हो.
On-Page SEO Activity in Hindi
- Keyword Research | कीवर्ड रिसर्च
Keyword Research एक ऐसा Process है जिसकी Help से हम Search Engine पे सब से ज़्यादा Search किये जाने वाले Term को Search करने के लिए Researching करते है ताकि इन Popular Search Terms को हम अपने Content में Add करके Search Engine में High-Rank Gain कर सके। Keyword Research SEO का एक बहुत ही Important Part है।
- Post Title
जब हम keyword research कर के पूरा कर लेते हैं तो जिस target keyword पर पोस्ट को rank कराना चाहते हैं उसी keyword को हम पोस्ट title में भी डालते हैं.
लेकिन अगर टारगेट का अभी भी competition बहुत high लग रहा है तो कम competition वाले कीवर्ड को ही main कीवर्ड के रूप में इस्तेमाल करना सही रहेगा.
- Meta Description
आपने जिन कीवर्ड के आधार पर पोस्ट को रैंक करने का प्लान किया है उन कीवर्ड्स को अपने पोस्ट के description में जरूर डालें.
Meta description वह information है जो किसी page के content के बारे में बताती है। क्योंकि यह HTM codes होते हैं , जो page के head section में डालें जाते हैं। यह Meta Tags search engines को webpage के content की सारी जानकारी देते हैं। ... किसी भी web page के Meta tags ढूंढने के लिए उस पेज के code को पढ़ना चाहिए।
- Keyword Density
पोस्ट के अंदर keywords का इस्तेमाल सही जगह पर सही संख्या में करना बहुत ही जरुरी है.
आपने अपनी कंटेंट में में कितनी बार targeted keyword उपयोग किया है। उदाहरण के लिए, यदि किसी ब्लॉग पोस्ट में 700 शब्द हैं और 7 बार कीवर्ड का उपयोग किया है, तो इसका मतलब है कि आर्टिकल में Keyword Density 1% है। Keyword Density कभी भी 2.5 % से ज्यादा ना होने दें
- Image Optimization
Image Optimization में file size को कम किया जाता है और Page load time को fast बनाया जाता है। इसके अलावा, आर्टिकल में उपयोग की जाने वाली Images SEO score में भी सुधार करती हैं। अपनी Image के लिए सही नाम (Rename) और Alt tag का उपयोग करते है, तो यह आपके आर्टिकल को और अधिक SEO friendly बनाता है।
- Headings ( H1, H2, H3, H4, H5, H6)
Heading में अपने चुने हुए focus phrase का इस्तेमाल जरूर करें. अपना पोस्ट जब भी लिखें तो H1 का इस्तेमाल न करें क्यूंकि पोस्ट का title H1 होता है इसीलिए अपने पोस्ट के अंदर H2, H3, H4… आदि का जरुरत के अनुसार इस्तेमाल करें.
अगर आप LSI कीवर्ड के बारे तो ये भी जान लें की LSI इस्तेमाल Heading 3 में भी इसका इस्तेमाल जरूर करें.
- Internal Linking
एक ही Domain पर एक पेज को दूसरे पेज से लिंक करना Internal Linking कहा जाता है। यह आपकी वेबसाइट पर एक पेज को दूसरे पेज से जोड़ता है। आपने कई वेबसाइट को नयी पोस्ट में पुराने पोस्ट या Valuable posts को लिंक करते हुए देखा होगा। जो पोस्ट पहले से रैंक हैं उस में नए पोस्ट के लिंक ऐड कर के उसे भी आसानी बिना कोई बैकलिंक बनाये यानो जीरो बैकलिंक होते हुए भी रैंक करा सकते हैं.
- External Linking
कम से कम एक external लिंक जरूर add करें जो की उस टॉपिक को represent करता हो. और reference के लिए वहां से उसे जानकारी मिल सके.like Wikipedia.
- Page Speed
गूगल के अनुसार अगर किसी पेज को लोड होने में 3 second से ज्यादा समय लग रहा है तो फिर उस पेज का रैंक होना बहुत मुश्किल है. अपने वेबसाइट में अच्छी और light weight fast theme का इस्तेमाल करें जो load time को काम करे.
- Social Signals
अपने पोस्ट को social sites Facebook, Instagram and Twitter में जरूर शेयर करें. इन Social sites की रैंकिंग बहुत अच्छी होती है जब वहां से कोई भी visitor आता है तो इससे गूगल को उस पोस्ट के लिए पॉजिटिव सिग्नल मिलता है जिससे उस पोस्ट की Ranking Improve होती है.