On-Page SEO क्या है? | What is On-Page SEO in Hindi-
इसमें जो लक्ष्य होता है वो ये की site के pages को कुछ ऐसे set किया जाये जिससे की वो search engines के top pages में दृश्यमान हो और ज्यादा traffic capture कर सके. ऐसा करने के लिए आपको उसके content, architecture और HTML code को optimize करना होगा.
हर वो तरीका जो हम अपने Website के अंदर SEO के लिए करते हैं उसे On-Page SEO बोला जाता है.
इसका मतलब ये है की हम अपने ब्लॉग के Design और speed optimization से लेकर Post Publish करने तक जो सारे काम करते हैं जैसे की responsive theme का इस्तेमाल करना जो की Mobile friendly हो.
On-Page SEO ki Activity-
- Keyword Research | कीवर्ड रिसर्च
Keyword Research एक ऐसा Process है जिसकी Help से हम Search Engine पे सब से ज़्यादा Search किये जाने वाले Term को Search करने के लिए Researching करते है ताकि इन Popular Search Terms को हम अपने Content में Add करके Search Engine में High-Rank Gain कर सके। Keyword Research SEO का एक बहुत ही Important Part है।
- Post Title
जब हम keyword research कर के पूरा कर लेते हैं तो जिस target keyword पर पोस्ट को rank कराना चाहते हैं उसी keyword को हम पोस्ट title में भी डालते हैं.
लेकिन अगर टारगेट का अभी भी competition बहुत high लग रहा है तो कम competition वाले कीवर्ड को ही main कीवर्ड के रूप में इस्तेमाल करना सही रहेगा.
- Meta Description
आपने जिन कीवर्ड के आधार पर पोस्ट को रैंक करने का प्लान किया है उन कीवर्ड्स को अपने पोस्ट के description में जरूर डालें.
Meta description वह information है जो किसी page के content के बारे में बताती है। क्योंकि यह HTM codes होते हैं , जो page के head section में डालें जाते हैं। यह Meta Tags search engines को webpage के content की सारी जानकारी देते हैं। ... किसी भी web page के Meta tags ढूंढने के लिए उस पेज के code को पढ़ना चाहिए।
- Keyword Density
पोस्ट के अंदर keywords का इस्तेमाल सही जगह पर सही संख्या में करना बहुत ही जरुरी है.
आपने अपनी कंटेंट में में कितनी बार targeted keyword उपयोग किया है। उदाहरण के लिए, यदि किसी ब्लॉग पोस्ट में 700 शब्द हैं और 7 बार कीवर्ड का उपयोग किया है, तो इसका मतलब है कि आर्टिकल में Keyword Density 1% है। Keyword Density कभी भी 2.5 % से ज्यादा ना होने दें
- Image Optimization
Image Optimization में file size को कम किया जाता है और Page load time को fast बनाया जाता है। इसके अलावा, आर्टिकल में उपयोग की जाने वाली Images SEO score में भी सुधार करती हैं। अपनी Image के लिए सही नाम (Rename) और Alt tag का उपयोग करते है, तो यह आपके आर्टिकल को और अधिक SEO friendly बनाता है।
- Headings ( H1, H2, H3, H4, H5, H6)
Heading में अपने चुने हुए focus phrase का इस्तेमाल जरूर करें. अपना पोस्ट जब भी लिखें तो H1 का इस्तेमाल न करें क्यूंकि पोस्ट का title H1 होता है इसीलिए अपने पोस्ट के अंदर H2, H3, H4… आदि का जरुरत के अनुसार इस्तेमाल करें.
अगर आप LSI कीवर्ड के बारे तो ये भी जान लें की LSI इस्तेमाल Heading 3 में भी इसका इस्तेमाल जरूर करें.
- Internal Linking
एक ही Domain पर एक पेज को दूसरे पेज से लिंक करना Internal Linking कहा जाता है। यह आपकी वेबसाइट पर एक पेज को दूसरे पेज से जोड़ता है। आपने कई वेबसाइट को नयी पोस्ट में पुराने पोस्ट या Valuable posts को लिंक करते हुए देखा होगा। जो पोस्ट पहले से रैंक हैं उस में नए पोस्ट के लिंक ऐड कर के उसे भी आसानी बिना कोई बैकलिंक बनाये यानो जीरो बैकलिंक होते हुए भी रैंक करा सकते हैं.
- External Linking
कम से कम एक external लिंक जरूर add करें जो की उस टॉपिक को represent करता हो. और reference के लिए वहां से उसे जानकारी मिल सके.like Wikipedia.
- Page Speed
गूगल के अनुसार अगर किसी पेज को लोड होने में 3 second से ज्यादा समय लग रहा है तो फिर उस पेज का रैंक होना बहुत मुश्किल है. अपने वेबसाइट में अच्छी और light weight fast theme का इस्तेमाल करें जो load time को काम करे.
- Social Signals
अपने पोस्ट को social sites Facebook, Instagram and Twitter में जरूर शेयर करें. इन Social sites की रैंकिंग बहुत अच्छी होती है जब वहां से कोई भी visitor आता है तो इससे गूगल को उस पोस्ट के लिए पॉजिटिव सिग्नल मिलता है जिससे उस पोस्ट की Ranking Improve होती है|
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